कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है,
कि मैं इन्सान न होकर शैतान होता,
ज़िन्दगी में कोई दुःख न होता मेरी,
दुनिया के हर गम से मैं अंजान होता,
जो चाहता वो मुट्ठी में होता मेरी,
मैं अपना खुद का भगवान होता,
अब मेरे दिल में ये ख्याल आता है,
कि उनका सपना सच हो जाता है,
जो लोग सब तज नेता बन जाते हैं,
छाती चौड़ी करके वो तन जाते हैं,
लक्ष्मी, सरस्वती सब प्रसन्न हो जाती हैं,
धन, धान्य, खुशियाँ घर में आती हैं,
दुनिया के सब सुख मुझ पर बरसेंगे,
मेरे पडोसी मेरा जैसा बनने को तरसेंगे,
जहाँ भी जाऊंगा, मेरी जय जयकार होगी,
नेता जी, नेता जी आ गए ये पुकार होगी,
पर मुझे इसकी कीमत भी चुकानी पड़ेगी,
अपनी इंसानियत की बोली लगानी पड़ेगी,
फिर मेरे दिल में ये सोच उभर कर आती है
क्यूँ इंसानियत पैसे के लिए बिक जाती है?
नेता बनूँगा, अमीर बनूँगा, बिक जाऊंगा,
पर आखिर में तो मैं भी चिता में सिक जाऊंगा,
क्यूँ फिर ऐसे पाप का मैं भागीदार बनू?
क्यूँ भ्रष्ट बनूँ मैं भी, क्यूँ मैं भी भ्रष्टाचार बनूँ?
मैं नेता बनूँगा तो आप लोगो की भावनाओं का,
आपकी संभावनाओं का, आपकी आशाओं का,
ज़िन्दगी वो नहीं जो सिर्फ अपने ही काम आये,
वो है कि मौत के बाद हर जुबां पे आपका नाम आये,
मैं नेता बना तो आपके हर अधिकार की ढाल बनूँगा,
अन्ना बनूँगा मैं, मैं अरविन्द केजरीवाल बनूँगा,
अन्ना बनूँगा मैं, मैं अरविन्द केजरीवाल बनूँगा!!!!!!
कि मैं इन्सान न होकर शैतान होता,
ज़िन्दगी में कोई दुःख न होता मेरी,
दुनिया के हर गम से मैं अंजान होता,
जो चाहता वो मुट्ठी में होता मेरी,
मैं अपना खुद का भगवान होता,
अब मेरे दिल में ये ख्याल आता है,
कि उनका सपना सच हो जाता है,
जो लोग सब तज नेता बन जाते हैं,
छाती चौड़ी करके वो तन जाते हैं,
लक्ष्मी, सरस्वती सब प्रसन्न हो जाती हैं,
धन, धान्य, खुशियाँ घर में आती हैं,
दुनिया के सब सुख मुझ पर बरसेंगे,
मेरे पडोसी मेरा जैसा बनने को तरसेंगे,
जहाँ भी जाऊंगा, मेरी जय जयकार होगी,
नेता जी, नेता जी आ गए ये पुकार होगी,
पर मुझे इसकी कीमत भी चुकानी पड़ेगी,
अपनी इंसानियत की बोली लगानी पड़ेगी,
फिर मेरे दिल में ये सोच उभर कर आती है
क्यूँ इंसानियत पैसे के लिए बिक जाती है?
नेता बनूँगा, अमीर बनूँगा, बिक जाऊंगा,
पर आखिर में तो मैं भी चिता में सिक जाऊंगा,
क्यूँ फिर ऐसे पाप का मैं भागीदार बनू?
क्यूँ भ्रष्ट बनूँ मैं भी, क्यूँ मैं भी भ्रष्टाचार बनूँ?
मैं नेता बनूँगा तो आप लोगो की भावनाओं का,
आपकी संभावनाओं का, आपकी आशाओं का,
ज़िन्दगी वो नहीं जो सिर्फ अपने ही काम आये,
वो है कि मौत के बाद हर जुबां पे आपका नाम आये,
मैं नेता बना तो आपके हर अधिकार की ढाल बनूँगा,
अन्ना बनूँगा मैं, मैं अरविन्द केजरीवाल बनूँगा,
अन्ना बनूँगा मैं, मैं अरविन्द केजरीवाल बनूँगा!!!!!!